चौथाई चाँद. Massimo Longo E Maria Grazia Gullo

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चौथाई चाँद - Massimo Longo E Maria Grazia Gullo


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कह सका, लेकिन वह अपने हमजोली के बारे में बिलकुल ही भूल गया था।”

      “कहाँ से?” उसने पूछा, क्योंकि उन्होंने इस बारे में बात ही नहीं की थी।

      “क्या?” गाइया ने जवाब दिया, "इडा आंटी ने हमें कल बताया था।"

      “वह समर कैंप से वापस आ रहा है।” लिबेरो ने मुसकुराते हुए बताया।

      “दुछत्ती तुम दोनों का इंतज़ार कर रही है।” उनकी आंटी ने ऐसे लहजे में कहा कि बहस की कोई गुंजाइश ही नहीं थी, “चलो एलियो, नाश्ता खत्म करो और काम पर लग जाओ। गाइया जा कर तुम्हारी थोड़ी सहायता करेगी। मुझे एक संदेश पहुंचाने के लिए उसकी आवश्यकता है।”

      एलियो ने इस विचार से राहत महसूस करते हुए कि वह कुछ समय दुछत्ती पर अकेले में बिता पाएगा, उसने एक ही सांस में अपना दूध पी लिया। वह खुश था कि वह अपने एमपी3 प्लेयर पर फिर से अपना संगीत सुनने जा रहा था।

      उसने घर में सब जगह इसकी तलाश की, लेकिन वह उसे कहीं नहीं मिला। वह रसोईघर में वापस गया और पूछा:

      “क्या किसी ने मेरा एमपी3 प्लेयर देखा है?”

      “दुर्भाग्य से कल इसे कुछ हो गया था। तुम इसे सोफ़े पर छोड़ गए थे। जब मैं ने सोफाबेड खोला तो यह फ्रेम यान्त्रिकी के बीच फंस गया.....इसमें कुछ भी नहीं बचा है, लेकिन मैं ने मेमोरी कार्ड बचा लिया है।” उसकी आंटी ने कहा, जिसने एक रकाबी से मेमोरी कार्ड निकाला और उसे दिया।

      “दिन कितने खराब तरीके से शुरू हुआ है” एलियो सोचता रहा। वह अपनी आम रफ्तार से दुछत्ती की सीढ़ियाँ चढ़ा और बत्ती जलाई।

      हर तरफ चीजों का ढेर लगा था। उसे सब कुछ साफ करना था और दो बिस्तरों के लिए जगह बनानी थी। उसके लिए यह सोचना भी बहुत ज़्यादा था। इसलिए उसने कुछ ताज़ा हवा और सूरज की रौशनी अंदर आने देने के लिए बीच की बड़ी सी खिड़की को खोलने और कहीं बैठ कर गाइया के आने का इंतज़ार करने का निर्णय लिया।

      लेकिन फिर किसी चीज़ पर उसकी नज़र पड़ी। यह एक किताब थी, जो एक पुराने लकड़ी के बक्से पर रखी थी, और अजीब था कि यह उस किताब के जैसी दिखती थी, जो बूढ़ा आदमी ट्रेन में पढ़ रहा था।


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